हम विदेशों में हार रहे है 

हम विदेशों में हार रहे है 

आलेख:-राजेंद्र गोदारा
1- पर गेंदबाजी के कारण नहीं 
2- अपनी मजबूत कहे जाने वाली बल्लेबाजी के कारण हार रहे है
दक्षिण अफ्रीका व इंग्लैंड में हार के बाद हम आस्ट्रेलिया के खिलाफ भी मजबूत कहे जानी वाली बेटिंग लाईन के लगातार खराब प्रदर्शन की वजह से पहला टेस्ट मुश्किल से जीते थे दूसरा टेस्ट बूरी तरह से हार चुके है टीम की हार के विस्तृत आकलन से पहले आईये भारतीय टीम के सदस्यों पर एक नजर डाल लें 
भारतीय टीम आस्ट्रेलिया में
1- मुरली विजय 2- के एल राहुल 3- चेतेश्वर पुजारा 4- विराट कोहली 5- अंजिक्य रहाणे 6- हनुमा विहारी 7- रिषभ पंत 8- इंशात शर्मा 9- मोहम्मद शमी 10- उमेश यादव 11- जसप्रीत बुमराह 12- रविन्द्र जदेजा 13- आर अश्विन 14- रोहित शर्मा 15- कुलदीप यादव 16- भुवनेश्वर कुमार 17- पार्थिव पटेल 18- हार्दिक पंड्या 19- मंयक अग्रवाल 20- पृथ्वी शॉ 
आज तक कभी भी 20 सदस्यीय टीम विदेश दौरे के लिए कभी नहीं चुनी गई है 19 सदस्यों की टीम की सुचना बीसीसीआई ने जारी की है और 20 वें सदस्य पृथ्वी शॉ के बारे में टीम कोच रवि शास्त्री ने कहा है की पृथ्वी हमारे साथ बने रहेंगे और वे शायद चौथे टेस्ट तक फीट हो कर खेल भी सकते है 
अब टीम के आकलन में देखते है ओपनिंग जोङी मुरली विजय व लोकेश राहुल दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर बूरी तरह असफल रहे तब आखिरी टेस्ट में शुरुआत के लिए पार्थिव पटेल को बुलाया गया जिन्होंने ऋद्धिमान शाह की जगह विकेट कीपर की भूमिका भी अदा की दोनों कामों को बहुत बढिया नहीं तो भी अच्छा प्रदर्शन पार्थिव पटेल अवश्य किया श्रीलंका के खिलाफ भी ये प्रदर्शन जारी रहा जिसमें दूसरे सलामी बल्लेबाज की भूमिका में लोकेश राहुल थे पर इंग्लैंड दौरे में एक बार फिर बदल कर 
सलामी बल्लेबाजी के लिए मुरली विजय लोकेश राहुल व रोहित शर्मा चुने गए जो की तीनों पहले दो मैच में बूरी तरह असफल रहे तब टीम से एक बार फिर मुरली विजय  रोहित शर्मा व कीपर दिनेश कार्तिक को हटा दिया गया तब अंतिम टेस्ट में हालांकि लोकेश राहुल व ऋषभ पंत ने शानदार शतक बनाये पर टेस्ट हम हार गए राहुल ने पूरी श्रंखला में खराब प्रदर्शन किया पर आखिरी पारी के कारण अपनी जगह बचाने में सफल रहे दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड दोनो दोरे पर आलराउंडर के रुप में हार्दिक पंड्या टीम के सदस्य लगातार बने रहे हालांकि उन्होंने इन दो के साथ श्रीलंका के दोरे में भी कुल मिला कर दो या तीन पारी में रन बनाये व इंग्लैंड में जीते गए टेस्ट में अच्छे विकेट भी लिए पर लगातार एक या दोनों विभागों में प्रदर्शन में असफल रहे 
देश में वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रंखला में 19 साल के पृथ्वी शॉ व मयंक अग्रवाल को चुना गया पर खिलाया सिर्फ पृथ्वी शॉ को गया और उन्होंने बेहद शानदार प्रदर्शन किया अब आस्ट्रेलिया दौरे की बारी आई यहां ये भी बता दुं की इंग्लैंड में जब विराट कोहली चेतेश्वर पुजारा अंजिक्य रहाणे के अलावा मध्यम कर्म भी पूरी तरह फेल रहा तो आईपीएल व टीम ए के कामयाब पर कम मशहूर हनुमा विहारी को टीम में शामिल किया गया जिन्होंने बतोर नये खिलाङी इंग्लैंड जैसी जगह पर भी अपनी बल्लेबाजी व पार्ट टाईम गेंदबाजी से भी सभी को प्रभावित किया पर भारत के अंदर व श्रीलंका में उन्हें जगह नहीं मिली हां एक और बात इंग्लैंड में आखिरी टेस्ट और श्री लंका व वेस्टइंडीज के खिलाफ रविंद्र जदेजा का आल राउण्डर के रूप में प्रयोग किया गया और जदेजा गेंदबाज के साथ बल्लेबाज की भूमिका में भी बेहद कामयाब रहे और इससे भारतीय टीम की बल्लेबाजी में भी गहराई बन गई क्यों की रविंद्र जदेजा के साथ आर अश्विन भी बल्लेबाजी में ठीक ठाक योगदान देते रहे है पर इशांत शर्मा मोहम्मद शमी व जसप्रीत बुमराह निचले क्रम में लगातार फेल रहे और भारत की बल्लेबाजी छह या सात नंबर के बाद एकदम बैठ जाती है हालांकि भुवनेश्वर कुमार निचले क्रम पर अच्छी बल्लेबाजी कर लेते है पर कप्तान विराट कोहली का उन पर विश्वास कम ही बैठता है तब भारत के बुमराह के बाद सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज होने के बावजूद ज्यादातर उन्हें बाहर ही बैठना पङता है एक और बल्लेबाज करूण नैयर जो की विरेंद्र सहवाग के अलावा और मध्यम क्रम के एक मात्र भारतीय बल्लेबाज है जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक बनाया गया है पर उन्हें उस के बाद बहुत कम मौके दिये गए और एक या दो पारी में असफल होने पर बाहर बैठा देते है जब की मुरली विजय रोहित शर्मा ( मात्र टेस्ट क्रिकेट में ) व लोकेश राहुल को लगातार पारियों में विशेष तौर पर विदेशी दौरें में लगातार असफल होने पर भी लगातार मौके दिये जा रहे है 
अब आस्ट्रेलिया के मौजूदा दौरे की बात करते है पहला टेस्ट हम बामुश्किल 31 रनों से जीते थे जिसमें आर अश्विन की कुछ टीक कर निचले क्रम की बल्लेबाजी भी मुख्य कारण रही और आस्ट्रेलिया के अंतिम तीन बल्लेबाजों ने मिल कर 104 रन जोङे पर हमारे अंतिम तीन बल्लेबाजी हमारे तेज गेंदबाज एक या दो रन बनाने में ही चलते बने 
दूसरे टेस्ट में भारतीय टीम में चार तेज गेंदबाजों के साथ खेली जब की आस्ट्रेलिया जैसी टीम में शामिल नाथन लियोन जैसे स्पीनर के साथ खेली जब की भारत ने रवींद्र जदेजा जैसे आलराउण्डर को बाहर रखा जो गेंदबाजी के साथ साथ अच्छी बल्लेबाजी भी कर सकते है जब की भारत के चारों तेज गेंदबाज मिल कर दस रन भी नहीं बना पाये प्रथम टेस्ट की तरह दूसरे टेस्ट की दोनों पारी छठा विकेट गिरते ही खत्म हो गई अगर इशांत शर्मा शमी उमेश यादव व बुमराह में से किसी एक जगह भुवनेश्वर कुमार होते तो 50 रन की साझेदारी निचले क्रम में भी हो सकती है दूसरी तरफ पंत यूवा है तेजी से रन बनाते है पर ये तेज रन बनाने के चक्कर जल्द आउट भी हो जाते है दूसरी बात ये दक्षिण अफ्रीका इंग्लैंड और अब आस्ट्रेलिया में ये तेज पिचों पर बल्लेबाजी में मुश्किल आती है और तकनीकी रूप में ऋषभ पंत इतने कुशल नहीं है की इन तेज पिचों पर भी रन बना सके और जब पार्थिव पटेल जैसा अनुभवी कीपर साथ है तब उन का उपयोग क्यों नहीं किया जाता
अब अगर तीसरे टेस्ट के लिए टीम को इस तरह चुना जाये तो ना केवल बेटिंग मजबूत होगी जो की आज की तारिख में भारत का सबसे कमजोर पक्ष बन गया है क्यों की दोनों ओपनर फैल है कीपर फैल है चारों तेज गेंदबाज कुल मिलाकर सात सदस्य बल्लेबाजी में फैल हो तो कोई भी टीम कैसे  व कितने अधिक रन बना सकती है विराट कोहली चेतेश्वर पूजारा अंजिक्य रहाणे व नए हनुमा विहारी मिल कर कितने रन बना सकते है टीम के पूरे रन ज्यादा रन बनें इस के लिए जरुरी है की छह बल्लेबाजों में से प्रत्येक 10 पारी में से कम से कम सात या आठ पारी में अच्छे रन बनाये पर मुरली विजय लोकेश राहुल  व रोहित शर्मा तो 10 पारी में एक बार रन बनाते है और उसी के बल पर अगले 10 टेस्ट खेलते है 
एक स्पीनर के तौर पर रविंद्र जदेजा को खिलाना चाहिए जो गेंदबाज के साथ अच्छे बल्लेबाज भी है और इस के साथ दो तेज गेंदबाज की जगह एक पर आलराउण्डर हार्दिक पंड्या व एक की जगह तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को खिलाना चाहिए जो की निचले क्रम में ठीक ठाक बल्लेबाजी कर सकते है भारत की लगातार कमजोर बल्लेबाजी को सही करने के लिए ये सब उपाय करने आवश्यक है 
मेरे ख्याल में तीसरे टेस्ट के लिए टीम का स्वरूप इस प्रकार होना चाहिए
1- लोकेश राहुल 2- पार्थिव पटेल ( विकेट कीपर साथ में ) 3- विराट कोहली 4- चेतेश्वर पूजारा 5- आंजिक्य रहाणे 6- हनुमा विहारी 7- रविंद्र जदेजा 8- हार्दिक पंड्या 9- भुवनेश्वर कुमार 10- जसप्रीत बुमराह 11- मोहम्मद शमी 
भुवनेश्वर कुमार जसप्रीत बुमराह व मोहम्मद शमी के साथ हरफनमौला खिलाङी हार्दिक पंड्या चौथे तेज गेंदबाज की भूमिका निभा सकते है रविंद्र जदेजा बेहतरीन गेंदबाज व बल्लेबाजी कर सकते है 
बारहवें खिलाङी के तौर पर आर अश्विन ठीक है मेरे ख्याल में ये बेहतरीन कौम्बीनेशन है जिससे हमारी बेटिंग मजबूत हो सकती है और हमारी गेंदबाजी भी मजबूत बन सकती है ऐसा नहीं हुआ तो हमारी निचले क्रम की बल्लेबाजी की कमजोरी हमें ले बैठेगी 
पर कप्तान कोहली ऐसा कंबीनेशन बनाना पसंद करेंगें कहना मुश्किल है क्यों की वे ईशांत शर्मा को बेहद पसंद करते है ओपनर के रूप में एक नई पसंद युवा मयंक अग्रवाल भी हो सकते है पर अगर उन्हें चुनना चाहिए तो इसे लोकेश राहुल की जगह चुनना चाहिए 
ये सब तो मेरी राय है आप इससे सहमत भी हो सकते है या असहमत भी हो सकते है
तो आप की जैसी भी राय हो कृपया अपनी कीमती राय अवश्य अवगत करायें