
विवादास्पद अवर निरीक्षिका की बहाली रद्द करने के लिए PHC में तीन रिट याचिका निगरानी विभाग में भी जांच
पत्रकार रमेश कुमार चौबे के द्वारा पुलिस खेलकूद बहाली 2018 के फर्जीवाड़ा और अनियमितता को रद्द करने एवं दोषियों पर कार्रवाई करने हेतु पटना उच्च न्यायलय में तीन-तीन रिट याचिका विभिन्न अभ्यर्थियों ने पत्रकार रमेश कुमार चौबे द्वारा किये गए शिकायत और उद्भेदित किये गए तथ्यों के मद्दे नजर किया गया है I इसके साथ ही साथ पत्रकार रमेश कुमार चौबे की शिकायत पर निगरानी विभाग में परिवाद दर्ज है जिसका जाँच चल रहा है I इसी कारण से पत्रकार रमेश कुमार चौबे को विवादग्रस्त पुलिस अवर निरीक्षिका ने महिला थाना कांड संख्या 62 /21 में एक सुनियोजित साजिश और षड़यंत्र के तहत जानबूझ कर उन्हें परेशान करने के लिए नामजद आरोपी बनाया है I 13 पन्ने के अपने प्राथमिकी में खुद महिला अवर निरीक्षिका ने पत्रकार रमेश कुमार चौबे के बारे में सिर्फ इतना ही लिखा है कि ये सोशल मिडिया एवं विभिन्न मिडिया पर उसके बारे में लिखते हैं I
पत्रकार रमेश कुमार चौबे द्वारा यूथ एजेंडा हिन्दी राष्ट्रिय मासिक पत्रिका के वर्ष 2018 के चार अंकों में पुलिस खेलकूद के फर्जीवाड़ा और अनियमितता बहाली की तथ्यवार जानकारी देते आलेख निकला है और खेल कूद की गड़बड़ियों और इसमें यौन शोषण उत्पीड़न की सम्पूर्ण कहानी निर्भीकता से लिखी गई है I
विदित हो कि पत्रकार का यह पत्रकारिता धर्म है कि सचाई को उजागर करे फर्जीवाड़ा अनियमितता को उजागर करे I ऐसे में इस केस में जिस किसी के षड़यंत्र के कारण पत्रकार रमेश कुमार चौबे का नाम इस प्राथमिकी में जानबूझ कर जोड़वाया गया है सम्पूर्ण प्रकरण की सीआईडी और सीबीआई जाँच होनी चाहिए I पत्रकार रमेश कुमार चौबे पर आरोप लगाने वाली महिला अवर निरीक्षिका से सवाल होने चाहिए कि
1 पत्रकार रमेश कुमार चौबे को कब से जानती हैं ? कैसे जानती हैं ? क्या उनसे कभी मिली हैं ?
2 पत्रकार रमेश कुमार चौबे पर इस केस में आपने क्या आरोप लगाया है ? आरोपों को प्रमाणित करने का तथ्य और आधार क्या है ? क्या इससे पहले पत्रकार रमेश कुमार चौबे के विरुद्ध कोई केस दर्ज कराइ हैं ?
3 क्या पत्रकार रमेश कुमार चौबे ने उनको आपका नाम लेकर मिल रही धमकियों को लेकर पत्रकार नगर थाना में कोई केस 583 /2018 आईपीसी की धारा 385 एवं 506 दर्ज कराया है जिसकी जानकारी आपको है या कभी इस सम्बन्ध में आपसे पुलिस ने कोई पूछताछ किया है ? पत्रकार रमेश कुमार चौबे को आपके फर्जीवाड़ा बहाली को लेकर उनके द्वारा उजागर किये जा रहे बातों को लेकर उनको जान से मरने की धमकियाँ दी जा रही थी I
4 क्या पुलिस खेलकूद बहाली में आपके एशियन इनडोर गेम पदक पर अंक मिले हैं ? क्या आपको मालूम है की इंडियन ओलम्पिक संघ द्वारा किसी इनडोर एथलेटिक्स गेम की मान्यता नहीं है जबकि वो गेस्ट गेम था वैसी स्थिति में आपको इस सर्टिफिकेट्स पर आपको 35 अंक कैसे मिले ? क्या आपको मालूम है कि पत्रकार रमेश कुमार चौबे ने ही ओलम्पिक एसोशिएशन और इण्डिया से यह सूचना हांसिल की है कि एशियन इनडोर गेम की मान्यता नहीं है जिसके कारण आपको मिला 35 अंक अवैध है इसलिए आपकी बहाली रद्द होनी चाहिए ?
5 क्या आपने उम्र में अब तक चार -पांच फर्जीवाड़ा किया हैं ? आपके चार -पांच फर्जीवाड़ा उम्र चार -पांच स्थान पर आखिर अलग अलग किस मकसद से दर्शाते हुए बेनिफिट्स लिए गए हैं ? उम्र की ऐसी फर्जीवाड़ा को आप अपना किया हुआ अपराध मानती हैं या नहीं ? क्या आपको मालूम है कि आपके उम्र के सभी फर्जीवाड़ा कागजात पत्रकार रमेश कुमार चौबे ने सूचना आवेदन से हांसिल किया है और आपके बहाली को रद्द करने के लिए सभी अधिकारीयों को शिकायत आवेदन दिया है I
6 आपने अपने वोटर आईडी संख्या ZSB1598630 में अपनी उम्र दिनांक 01 /01 /1995 दर्शाया है जबकि आपके सर्विस आइडेंटिटी कार्ड संख्या 5769 पर आपका उम्र 10 /12 /1995 अंकित है क्या आपकी जानकारी में यह उम्र फर्जीवाड़ा नहीं है ?
7 आपने गर्ल अंडर 18 एथलीट प्रतियोगिता में झूमा काठूँन बंगलौर सीरियल नंबर 407 में 800 मीटर प्रतियोगिता में अपनी उम्र 17 /01 /1995 अंकित कराकर प्रतियोगिता में दौड़ा है I साथ ही साथ उस खेल प्रतियोगिता झूमा काठूँन बंगलौर 1500 मीटर प्रतियोगिता में सीरियल नंबर 407 में अपनी उम्र 17 /01 /1995 अंकित कराकर प्रतियोगिता में दौड़ा है I जबकि आपकी सर्विस आइडेंटिटी कार्ड संख्या 5769 पर आपका उम्र 10 /12 /1995 अंकित है क्या आपकी जानकारी में यह उम्र फर्जीवाड़ा नहीं है ?
8 आपने राष्ट्रिय विद्यालय एथलेटिक्स प्रतियोगिता अंडर 17 में अपनी उम्र 10 /12 /1994 अंकित कराकर प्रतियोगिता खेला है I आपको उम्र प्रमाणपत्र उस प्रतियोगिता में सम्लित होने के लिए देना पड़ा होगा जबकि आपकी सर्विस आइडेंटिटी कार्ड संख्या 5769 पर आपका उम्र 10 /12 /1995 अंकित है क्या आपकी जानकारी में यह उम्र फर्जीवाड़ा नहीं है ?
9 क्या आपके पुलिस खेलकूद बहाली में फर्जीवाड़ा को लेकर राज्यपाल कार्यालय के निर्देश पर दर्ज लोक शिकायत संख्या:- 999940128122002739 सुनवाई हो रही है ?
10 क्या निगरानी विभाग परिवाद संख्या 800 -36 अपर मुख्य सचिव कोषांग निगरानी विभाग पत्रांक 442 दिनांक 19 /02 /2020 के आलोक में आपके फर्जीवाड़ा बहाली को लेकर नागरिक अधिकार मंच के संस्थापक महासचिव और पत्रकार रमेश कुमार चौबे के परिवाद की जानकारी आपको है ? उस परिवाद में क्या आपसे या पुलिस गृह विभाग से जबाब तालाब किया गया है ?
11 क्या आपको मालूम है पुलिस खेलकूद फर्जीवाड़ा और अनियमितता की बहाली के खिलाफ पटना उच्च न्यायलय में प्रतिमा कुमारी ने पत्रकार रमेश कुमार चौबे के शिकायत आवेदनों और उजागर तथ्यों को अपने रिट याचिका में संलग्न कर लगाया है जिसका केस अभी पटना उच्च न्यायलय में चल रहा है जिसका केस नंबर CWJC-16317/2018 है ?
12 क्या आपको मालूम है कि पुलिस खेलकूद फर्जीवाड़ा और अनियमितता की बहाली के खिलाफ पटना उच्च न्यायलय में दूसरी प्रतिभागी अनपूर्णा कुमारी और अन्य अभ्यर्थियों ने पत्रकार रमेश कुमार चौबे के शिकायत आवेदनों और उजागर तथ्यों को अपने रिट याचिका में संलग्न कर लगाया है जिसका केस अभी पटना उच्च न्यायलय में चल रहा है जिसका केस नंबर CWJC-23896/2018 ?
13 क्या आपको मालूम है कि पुलिस खेलकूद फर्जीवाड़ा और अनियमितता की बहाली के खिलाफ पटना उच्च न्यायलय में तीसरा केस पुलिस अवर निरीक्षक बहाली को रद्द करने हेतु प्रतिभागी अनपूर्णा कुमारी ने पत्रकार रमेश कुमार चौबे के शिकायत आवेदनों और उजागर तथ्यों को अपने रिट याचिका में संलग्न कर लगाया है जो अभी पटना उच्च न्यायलय में चल रहा है जिसका केस नंबर CWJC-3165/2019 ?
महिला पुलिस अवर निरीक्षिका से इन प्रश्नों के उत्तर जानने और गहराई से इस प्रकरण की जांच से बिलकुल ही यह स्पष्ट हो सकता है कि इसमें पत्रकार रमेश कुमार चौबे को उनके द्वारा उजागर किये गए तथ्यों से किसकी फर्जीवाड़ा बहाल नौकरी को खतरा है ? किसके सुनियोजित षड़यंत्र के शिकार एक पत्रकार हो रहे हैं ? आरटीआई कार्यकर्ताओं की जान की सुरक्षा के लिए विसिल ब्लोअर कानून संसद में पास है फिर भी आखिर ऐसे आरटीआई पत्रकार रमेश कुमार चौबे को सुरक्षा व्यवस्था क्यों नहीं प्रदान की जा रही है ? सवाल बहुत हैं जिनके जबाब पुलिस विभाग को और सरकार को देने होंगे I
